विवाह -
हमारे मानव समाज में शादी एक बहुत ही पवित्र संस्कार माना जाता है, चाहे वह किसी भी देश तथा किसी भी धर्म में क्यों ना हो ।
शादी/विवाह का उद्देश्य स्त्री और पुरुष का गृहस्थ जीवन शुरू होना होता है यह रीति बहुत ही पुरातन है।
पुराने समय में शादियों का महत्व अलग होता था वर्तमान समय में शादियों की रूपरेखा बिल्कुल भिन्न हो चुके हैं शादी का उद्देश्य तो केवल स्त्री और पुरुष का एक बंधन में बंध कर पारिवारिक जीवन का जुड़ना होता है ।
विवाह का बिगड़ता स्वरूप -
शादीयों में होने वाला खर्चा कई बार लड़की के परिवार को कर्जदार बना देता है
आज के दौर में बेटी की शादी करना मुश्किल होता जा रहा है और कुछ रीती रिवाज के नाम पर और समाज के उन लोगों से जो बेटी के पिता की परेशानी बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ते ।
दहेज प्रथा की शुरुआत की गई थी जो लड़कियों को आर्थिक रूप से मदद करने के लिए एक सभ्य प्रक्रिया के रूप में शुरू की गई, क्योंकि वे नए सिरे से अपना जीवन शुरू करती हैं, धीरे-धीरे समाज की सबसे बुरी प्रथा बन गई है। जैसे बाल विवाह, बाल श्रम, जाति भेदभाव, लिंग असमानता, दहेज प्रणाली आदि भी बुरी सामाजिक प्रथाओं में से एक है जिसका समाज को समृद्ध करने के लिए उन्मूलन की जरूरत है। हालांकि दुर्भाग्य से सरकार और विभिन्न सामाजिक समूहों द्वारा किए गए प्रयासों के बावजूद यह बदनाम प्रथा अभी भी समाज का हिस्सा बनी हुई है।
कुछ लोगों के लिए दहेज प्रथा एक सामाजिक प्रतीक से अधिक है। लोगों का मानना है कि जो लोग बड़ी कार और अधिक से अधिक नकद राशि दूल्हे के परिवार को देते हैं इससे समाज में उनके परिवार की छवि अच्छी बनती है। इसलिए भले ही कई परिवार इन खर्चों को बर्दाश्त ना कर पाएं पर वे शानदार शादी का प्रबंध करते हैं और दूल्हे तथा उसके रिश्तेदारों को कई उपहार देते हैं। यह इन दिनों एक प्रतियोगिता जैसा हो गया है जहाँ हर कोई दूसरे को हराना चाहता है।
वर्तमान समय में शादियों में खर्चा करना एक प्रचलन सा बन चुका है।
हमारे समाज में कुछ अमीर लोगों की वजह से गरीब लोगों को शादियों के अंदर बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। और एक गरीब बाप बेटी की शादी में दहेज के बोझ के नीचे तब कर ही मर जाता है।
दहेज वाले विवाह के दुष्परिणाम -
●यह सच्चाई छुपाए नहीं छुप्ती की दहेज की मांग जिन शादियों में होती है या जिन शादियों में दहेज का लेनदेन किया जाता है बेटियों पर अत्याचार और जुल्म भी अधिक से अधिक उन्ही रिश्तो में होते है जिसकी वजह से दहेज रूपी राक्षस से प्रताड़ित बेटियां को जिंदा जला दिया जाता है या बेटियां आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाते हैं।
●कुछ-कुछ देखने में आया है दहेज के नाम पर लड़की के पक्ष वालों द्वारा झूठे मुकदमे दहेज के भी बनाए जाते हैं और लड़के के पक्ष वालों को अनायास प्रताड़ित किया जाता है।
●प्रतिवर्ष दहेज के कारण आत्महत्या या फिर हत्या कर देना और दहेज के नाम पर झूठे मुकदमे दर्ज कराने की वजह से लाखों बेटियां जान दे देती हैं और लाखों परिवार बर्बाद हो जाते हैं।
दहेज प्रथा को जड़ से खत्म करने के लिए प्रयास -
●आज वर्तमान समय में दहेज रूपी राक्षस को खत्म करने के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदारी चुके आध्यात्मिक अद्वितीय ज्ञान से युक्त तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज को कौन नहीं जानता ।
●संत रामपाल जी महाराज अपने आध्यात्मिक सत्संग प्रवचनों में बताते हैं कि दहेज एक बहुत बड़ा अभिशाप है और यह है परमात्मा के संविधान के खिलाफ है इसे पूर्ण रूप से समाप्त कर देना चाहिए।
●संत रामपाल जी महाराज का उनके अनुयायियों को निर्देश है कि बिल्कुल सादगी से बिना किसी बैंड बाजा बारात के बिना किसी दहेज लेनदेन के विवाह करना अनिवार्य है।
एक विवाह ऐसा भी -
संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में बनाता एक विशेष समाज
रामपाल जी महाराज का कहना है कि विवाह केवल दो बच्चों को एक सूत्र में बांधने का कार्य करता है जो केवल वचन से होता है जिसमें वर्तमान समय में प्रचलित है आडंबर और दिखावे की कोई आवश्यकता नहीं है।
रामपाल जी महाराज के विचारों से प्रभावित होकर उनके लाखों शिष्य उनके बताए हुए मार्गदर्शन में दहेज रहित विवाह जिसे वे रमणी नाम देते हैं करते हैं जो मात्र 17 मिनट में पूर्ण हो जाती है जिसमें सत्संग में आए हुए लोगों के बीच वर और वधु के परिवार के समक्ष चाय एवं बिस्किट का नाश्ता परोसा जाता है और बड़ी ही शादी की यह विवाह करवाया जाता है इसका पूरा खर्च संत रामपाल जी महाराज के द्वारा उठाए जाते हैं।
तो हमें आवश्यकता है एक ऐसे समाज की जिसमें गरीब अमीर सभी एक समान हो और वर्तमान समय में यह केवल संत रामपाल जी महाराज कर रहे हैं
जी हां..! संत जी के अनुयाई जो चाहे गरीब हो या अमीर सभी एक समान है और बिना किसी दहेज के, बिना किसी खर्चे के मात्र 17 मिनट में शादियां करते हैं जो कि हमारे समाज में उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जो शादियों में बहुत खर्चा करते हैं और गरीब लोगों के लिए एक मिसाल है।
अमृत विचार-
💐💐🙏संत रामपाल जी महाराज का एक सपना दहेज मुक्त हो भारत अपना🙏💐💐
संत रामपाल जी महाराज की द्वारा किए गए अनेकों सामाजिक कार्य तथा उनके अद्भुत अनमोल शास्त्र प्रमाणित सत्संग प्रवचन देखे रोज रात साधना चैनल पर 7:30 बजे
Visit us -
👇
Nice 👌
ReplyDelete