Wednesday, May 13, 2020

नशा नाश की जड़ है

नशे की वास्तविक स्थिति -
नशा करता है नाश एक इंसान का , इंसान से उसके परिवार का परिवार से समाज का समाज से मानवता का जी हां बिल्कुल सही समझे आप
बीड़ी गुटखा शराब तमाकू आदि सभी प्रकार के नशा इंसान के लिए बहुत ही घातक हैं आज वर्तमान समय में विश्व भर में 80 से 85 प्रतिशत लोग किसी न किसी प्रकार का नशा अपनी जिंदगी में करते हैं और इस नशे की लत की वजह से लाखों लोग प्रतिवर्ष अपनी जान गवा देते हैं नशे से अनगिनत जानलेवा बीमारियां पैदा होती हैं जिनसे परिवार का बहुत बड़ा हिस्सा किसी ना किसी तरीके से प्रभावित होकर खत्म हो जाता है जो स्थिति आज वर्तमान समय में चल रही है यदि इसे नहीं संभाला गया तो समाज का बहुत बड़ा हिस्सा बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएगा ।
कबीर साहेब जी कहते हैं -
सूरा पान मद मांसाहारी , गवन करें भोगे पर नारी।
सत्तर जन्म कटेंगे शीशम , साक्षी साहेब हैं जगदीशम।।
नशे के आदी लोग गुनाह का रास्ता अपनाने में बिल्कुल भी देर नहीं करते जिसके परिणाम स्वरूप उनकी जिंदगी बर्बाद हो रही है
समाज कल्याण में लगे सामाजिक संगठनों के द्वारा किया गया प्रयास -
नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ने में कार्यरत समाज के सभ्य लोग जो सामाजिक संगठन अपने अपने स्तर पर बना कर नशे रूपी राक्षस को खत्म करने के लिए अनेकों स्वास्थ्यवर्धक कार्यक्रम , नशा मुक्ति कार्यक्रम आदि चलाते हैं और मेहनत करके थोड़ा बहुत सफलता प्राप्त करते हैं यह एक सराहनीय कार्य समाज के प्रति लोगों का है जो सामाजिक संगठनों खासकर नशे से मुक्ति के लिए चला रहे हैं ।
देश के विभिन्न विभिन्न हिस्सों में कार्य करने वाले सामाजिक संगठनों एवं नशा मुक्ति के लिए प्रयासरत NGO'S बड़ी ही कर्म निष्ठा के साथ अपना बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं।
 इन सामाजिक संगठनों के द्वारा प्रयास सराहनीय है

नशे को लेकर सरकारों की दोगली नीति -
जहां गैर सरकारी सामाजिक संस्थाएं अपने स्तर पर नशा मुक्त करने का प्रयास कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सरकारें अपने राजस्व के लालच में जनता को अंधेरे की ओर धकेलने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।
सरकारें एक तरफ तो नशा मुक्ति के लिए कड़े से कड़े कानून लाती हैं और दूसरी तरफ शराब तंबाकू तथा अन्य नशीली वस्तुओं की बिक्री के लिए बड़े स्तर पर दुकाने खोल रही हैं।
समझ नहीं आता कि सरकारें देश को युवाओं को समाज को नशे से मुक्त करना चाहती हैं या नशे की लत में डालकर अपना राजस्व एकत्रित करना चाहती हैं।
सरकारी एवं गैर सरकारी सामाजिक संस्थाओं के प्रयास अंत में आकर निरर्थक साबित हो रहे हैं।
किसी ने  चित्रकारी के माध्यम से बहुत कुछ समझाने का प्रयास किया है 👇👇
नशे से बचने का बिल्कुल पक्का और एकमात्र पुख्ता तरीका -
कहा जाता है कि ज्ञान से हर स्थिति को समझा जा सकता है और समझ कर उसमें परिवर्तन लाया जा सकता है जी हां यह बात बिल्कुल सही है कि जब इंसान को इस बात की समझ हो जाए कि क्या काम करना चाहिए और क्या काम नहीं करना चाहिए तथा किस काम को करने से क्या सजा मिलेगी और क्या काम करने से हमें कोई लाभ होगा उसके बाद इंसान सही और गलत का फैसला कर उस पर चल सकता है।कबीर साहब कहते हैं -
सौ नारी जारी करें , सुरा पान सौ बार ।
एक चिलम हुक्का भरें , वो डूबे काली धार।।
अभी इन दिनों में सोशल मीडिया पर ट्विटर ,फेसबुक ,इंस्टाग्राम आदि प्लेटफार्म पर संत रामपाल जी महाराज के द्वारा नशा मुक्त समाज बनाने का दावा किया जा रहा है जिसकी जांच करने पर हमने यह पाया कि संत रामपाल जी ने बताया है कि परमात्मा कबीर साहेब की भक्ति करवा कर किसी भी प्रकार का नशा पूर्ण रूप से छूट जाता है।
संत रामपाल जी महाराज के सत्संग से प्रभावित होकर करोड़ों लोगों ने नशे को पूर्ण रूप से त्याग दिया और अपना जीवन एक सभ्य समाज निर्माण करने में संत रामपाल जी महाराज के साथ लगा दिया।
संत रामपाल जी महाराज कहते हैं किसी भी प्रकार की बुराई को छोड़ना केवल भगवान के संविधान को समझकर ज्ञान से ही किया जा सकता है अन्य इसके अलावा कोई भी तरीका कारगर नहीं है।

            एक संदेश 👇
                    संत रामपाल जी महाराज से प्रभावित हो छोड़ा नशा👇


       आप भी देखें संत रामपाल जी महाराज के सत्संग प्रवचन रोज रात साधना टीवी पर 7:30 बजे से

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www.jagatgururampalji.org

                   🙏🙏🙏🙏  धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏
                  

2 comments:

  1. A fit body leads to mental health.
    So first keep your body healthy and quit intoxication.

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  2. If a person consumes alcohol and other intoxicants, he have to face a lot of distraction. Very importantly he wastes his precious human life without achieving it's main objective of getting salvation.

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